भवनों के प्रकार (Types of Building) - (1) आवासीय भवन (Residential Buildings)(2) सार्वजनिक भवन (Public Buildings)(3) व्यवसायिक भवन (Commercial Buildings )(4) औद्योगिक भवन (Industrial Buildings)(5) धार्मिक तथा ऐतिहासिक भवन (Religious and Historical Buildings), उपयोग के आधार पर राष्ट्रीय भवन संहिता में भवनों को निम्न 9 वर्गों में रखा गया है -वर्ग A - आवासीय भवन (Residential)वर्ग B - शैक्षणिक भवन (Educational)वर्ग C - संस्थागत भवन (Institutional)वर्ग D - सभा भवन (Assembly)वर्ग E - व्यवसायिक भवन (Business)वर्ग F - वाणिज्यिक भवन (Mercantile)वर्ग G - औद्योगिक भवन (Industrial)वर्ग H - भंडार भवन (Storage)वर्ग J - जोखिम वाले भवन (Hazardous)
भवनों के प्रकार (Types of Building)
प्रयोग की दृष्टि से भवन निम्नलिखित प्रकार के होते हैं
(1) आवासीय भवन (Residential Buildings)
(2) सार्वजनिक भवन (Public Buildings)
(3) व्यवसायिक भवन (Commercial Buildings )
(4) औद्योगिक भवन (Industrial Buildings)
(5) धार्मिक तथा ऐतिहासिक भवन (Religious and Historical Buildings)
Types of Building
From the point of view of building, the following types are
(1) Residential Buildings
(2) Public Buildings
(3) Commercial Buildings
(4) Industrial Buildings
(5) Religious and Historical Buildings
(1) आवासीय भवन (Residential Buildings)
व्यक्ति अथवा परिवार के रहने के लिए जो मकान बनाए जाते हैं, यह आवासीय भवन कहते हैं | इनमें आवश्यक रूप से सोने के, बैठने के, स्नान करने, खाना बनाने तथा अन्य कार्यों के लिए अलग-अलग कमरे निर्मित किए जाते हैं | यह एकतली अथवा बहुतली होते हैं | इनमे वायु, प्रकाश की उचित व्यवस्था की जाती है | इनमें पेयजल आपूर्ति तथा दूषित जल निकासी की व्यवस्था भी की जाती है | आवासीय भवनों के अंतर्गत मकान, बंगला, फ्लैट, क्वार्टर आदि आते हैं |
(1) Residential Buildings
The houses which are built for living of individual or family, this is called residential building. In these, separate rooms are made for sleeping, sitting, bathing, cooking and other works. They are single or multistory. In these, proper arrangement of air, light is done. Drinking water supply and contaminated drainage are also arranged in these. Housing, bungalows, flats, quarters etc. come under the residential buildings.
(2) सार्वजनिक भवन (Public Buildings)
जो मकान जनता के हित तथा सार्वजनिक प्रयोग के लिए बनाए जाते हैं, सार्वजनिक भवन कहलाते हैं | साधारणतः इनमें परिवार के रहने की सुविधाएं नहीं होती | जैसे - सरकारी कार्यालय, स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, पुस्तकालय, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, स्टेडियम, चिकित्सालय, संग्रहालय, थियेटर, सिनेमाहॉल, जलपान गृह, थाना, क्लब आदि |
समानता सार्वजनिक भवन सरकारी संपत्ति होते हैं परंतु कुछ निजी संपत्ति होने पर भी, सार्वजनिक प्रयोग में आते हैं और व्यक्ति बिना रोक-टोक उसका प्रयोग करता है |
(2) Public Buildings
The houses which are built for public interest and public use are called public buildings. Generally, they do not have family living facilities. Such as - Government offices, schools, colleges, universities, libraries, bus stations, railway stations, stadiums, hospitals, museums, theaters, cinemas, refreshments, police stations, clubs etc.
Equality Public buildings are government property but even if there is some private property, they come in public use and the person uses it without any restriction.
(3) व्यवसायिक भवन (Commercial Buildings )
जिन भवनो में व्यापार तथा इससे संबंधित कार्य होता है, व्यवसायिक भवन कहलाते हैं, जैसे दुकाने, बाजार, गोदाम, डॉक्टरों, वकीलों, व अन्य पेशेवरों के चेंबर, हलवाइयो तथा नाइयों की दुकानें, होटल, कैंटीन, बुकस्टॉल आदि |
(3) Commercial Buildings
The buildings in which trade and related work are called commercial buildings, such as shops, markets, warehouses, doctors, lawyers, and other professionals 'chambers, confectioners and barbers' shops, hotels, canteens, bookstalls, etc.
(4) औद्योगिक भवन (Industrial Buildings)
जहां पर विभिन्न वस्तुओं का निर्माण अथवा उत्पादन किया जाता है और इसके लिए विभिन्न प्रकार की मशीनें, उपकरण स्थापित किए जाते हैं, औद्योगिक भवन कहलाते हैं, जैसे - फैक्ट्री, मिल, वर्कशॉप, गैराज, पावर हाउस, रासायनिक प्रयोगशाला, डेरी फार्म आदि |
उत्पादन तथा सुरक्षा की दृष्टि से कार्य संबंधित व्यक्ति इन भवनों में जा सकता है | साधारण व्यक्ति बिना आज्ञा प्रवेश वर्जित होता है |
(4) Industrial Buildings
Where various items are manufactured or produced and various types of machines, equipment are installed for this, are called industrial buildings, such as - factory, mill, workshop, garage, power house, chemical laboratory, dairy farm etc.
From the point of view of production and security, the work related person can visit these buildings. Ordinary person is prohibited without permission.
(5) धार्मिक तथा ऐतिहासिक भवन (Religious and Historical Buildings)
आवास तथा व्यवसाय के लिए इनका प्रयोग नहीं होता, परंतु व्यक्ति तथा वर्ग विशेष के कुछ धार्मिक कार्यों के उद्देश्य से बनाए गए भवन, धार्मिक भवनों के अंतर्गत आते हैं, जैसे - मंदिर, गुरुद्वारे, मस्जिद, गिरजाघर आदि |
पुराने समय में किसी विशेष कारण तथा प्रयोग के लिए निर्मित भवन जैसे - दुर्ग, मीनार, तहखाने, किले, यज्ञशालाये जो अब यादगार तथा ऐतिहासिक चिन्ह के रूप में सुरक्षित रखे गए हैं, ऐतिहासिक भवन कहलाते हैं |
धार्मिक भवन (Religious buildings)
ऐतिहासिक भवन (Historical Buildings)
(5) Religious and Historical Buildings
They are not used for residence and business, but buildings built for the purpose of doing some religious work of a particular person and class, come under religious buildings, such as temples, gurudwaras, mosques, churches etc.
In the old times, buildings built for any particular reason and use, such as fortifications, towers, cellars, forts, yagyashalas, which are now preserved as memorable and historical signs, are called historical buildings.
भवन के उपयोग के आधार पर वर्गीकरण (Classification of Building based on occupancy as per N. B. Code)
उपयोग के आधार पर राष्ट्रीय भवन संहिता में भवनों को निम्न 9 वर्गों में रखा गया है -
वर्ग A - आवासीय भवन (Residential)
वर्ग B - शैक्षणिक भवन (Educational)
वर्ग C - संस्थागत भवन (Institutional)
वर्ग D - सभा भवन (Assembly)
वर्ग E - व्यवसायिक भवन (Business)
वर्ग F - वाणिज्यिक भवन (Mercantile)
वर्ग G - औद्योगिक भवन (Industrial)
वर्ग H - भंडार भवन (Storage)
वर्ग J - जोखिम वाले भवन (Hazardous)
Classification of Building based on occupancy as per N. B. Code
On the basis of usage, buildings are placed in the following 9 sections in the National Building Code -
~Class A - Residential Building
~ Class B - Educational Building
~ Class C - Institutional Building
~ Category D - Assembly
~ Category E - Business
~ Class F - Commercial Building (Mercantile)
~ Class G - Industrial Building
~ Category H - Storage
~ Category J - Hazardous buildings
~वर्ग A - आवासीय भवन (Residential)
इन भवनों में आवश्यक रूप से विश्राम करने, रहने और सोने की व्यवस्था होती है | इन भवनों में भोजन बनाने का कक्ष हो सकता है अथवा नहीं भी हो सकता है | इनके उपवर्ग निम्न है -
A - 1 आस्थाई निवास गृह जैसे - धर्मशाला, सराय, रेन बसेरा आदि |
A - 2 व्यक्तिगत आवासीय भवन, जिनमे एक अथवा दो परिवारों के आवास की व्यवस्था हो |
A - 3 डोरमिटरी (Dormitory), हॉस्टल, रेलवे विश्राम गृह आदि में बनाई जाती है |
A - 4 फ्लैट (Flats) तीन अथवा अधिक परिवारों के एक ही भवन में रहने के लिए |
A - 5 होटल व मोटल, जहां 15 से अधिक व्यक्तियों के रहने की व्यवस्था हो |
~Class A - Residential Building
These buildings necessarily have a system of resting, living and sleeping. These buildings may or may not have a cooking room. Their subclasses are as follows -
A - 1 temporary residence houses like Dharamshala, Sarai, Rain Basera etc.
A - 2 individual residential buildings with accommodation for one or two families.
A - 3 is made in Dormitory, Hostel, Railway Rest House etc.
A - 4 Flats for three or more families to live in the same building.
A - 5 hotels and motels, where more than 15 persons stay.
~वर्ग B - शैक्षणिक भवन (Educational)
इनके अंतर्गत पाठशाला, नर्सरी, स्कूल, विद्यालय, कॉलेज, विश्वविद्यालय आदि भवन आते हैं, जिनमें समान रूप से व्याख्यान कक्ष, प्रयोगशालाये, पुस्तकालय आदि बनाए जाते हैं |
~Class B - Educational Building
Schools, nurseries, schools, colleges, universities, etc. buildings are covered under them, in which uniform lecture halls, laboratories, libraries etc. are built.
~वर्ग C - संस्थागत भवन (Institutional)
इस वर्ग में विभिन्न संस्थानों के भवन आते हैं | संस्थागत भवनों को निम्न उप -वर्ग में रखा गया है -
C - 1 चिकित्सालय, नर्सिंग होम आदि |
C - 2 अनाथालय, वृद्ध व अपंगो के आश्रम आदि |
C - 3 बंदी ग्रह, जेल, नारी मुक्त केंद्र, पागलखाने आदि |
~Class C - Institutional Building
Buildings of various institutions are included in this category. Institutional buildings are placed in the following subclasses -
C - 1 Hospital, Nursing Home etc.
C - 2 Orphanages, Ashrams of old and handicapped etc.
C - 3 captive planets, prisons, women free centers, mental asylums etc.
~वर्ग D - सभा भवन (Assembly)
ऐसे भवन जितने लोग सामाजिक, धार्मिक, मनोरंजन आदि कार्यों के लिए एकत्र होते हैं, जैसे - मंदिर, सिनेमा हॉल, नाचघर, स्टेडियम, क्लब, रेलवे व बस स्टेशन आदि |
~ Class D - Assembly
Such buildings as many people gather for social, religious, entertainment, etc., such as temples, cinema halls, dance halls, stadiums, clubs, railways and bus stations etc.
~वर्ग E - व्यवसायिक भवन (Business)
इसके अंतर्गत बैंक भवन, चिकित्सकों के क्लीनिक, वकील के चैंबर, व्यवसायिक कंपनियों के कार्यालय, ब्यूटी पार्लर, लेखा अभिलेख कक्ष आदि आते हैं |
~ Class E - Business
Under this, there are bank buildings, doctors 'clinics, lawyers' chambers, offices of professional companies, beauty parlors, accounting records rooms etc.
~वर्ग F - वाणिज्यिक भवन (Mercantile)
इस वर्ग में दुकाने, स्टोर, शोरूम आदि आते हैं | विक्रय माल से संबंधित कार्यालय तथा स्टोर आदि मुख्य भवन में स्थित है, तो इन्हे भी वाणिज्यिक भवन में लिया जाता है |
~ Class F - Commercial Building (Mercantile)
This category includes shops, stores, showrooms etc. Offices and stores related to sale goods are located in the main building, then they are also taken in the commercial building.
~वर्ग G - औद्योगिक भवन (Industrial)
जिन भवनों में वस्तुओं का निर्माण/ उत्पादन होता है, औद्योगिक भवन कहलाते हैं | यह भवन मिल, वर्कशॉप, फैक्ट्री, कारखाना आदि नामों से जाने जाते हैं |
~ Class G - Industrial Building
The buildings where goods are manufactured / produced are called industrial buildings. These buildings are known by the name of mill, workshop, factory, factory etc.
~वर्ग H - भंडार भवन (Storage)
सामान प्रकार का माल रखने व स्टोर करने के लिए बनाये गए भवन जैसे - गोदाम, वेयर हाउस, कोल्ड स्टोरेज, साइलो, खाद अन्न घर आदि भंडार भवन कहलाते हैं | अति ज्वलनशील व विस्फोटक पदार्थों का संग्रह करने वाले भवनों को अलग वर्ग में रखा गया है |
~ Class H - Storage
Buildings built for storing and goods, such as warehouses, cold storage, silos, manure grains, etc. are called Bhandar Bhawan. The buildings that collect highly flammable and explosive materials are kept in a separate category.
~वर्ग J - जोखिम वाले भवन (Hazardous)
जिन भवनों में अति ज्वलनशील, विस्फोटक व स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पदार्थों का उत्पादन, भंडारण, हस्तन किया जाता है जैसे - पेट्रोल, डीजल के डिपो, गैस सिलेंडर शैड, बारूद भंडार, आतिशबाजी घर आदि इस वर्ग में आते हैं |
~ Class J - Hazardous Buildings
Buildings where highly flammable, explosive and health-hazardous substances are produced, stored, handled, such as - petrol, diesel depots, gas cylinder sheds, gunpowder, fireworks houses etc. fall into this category.