सीमेंट के प्रकार (types of cement ), 1. साधारण पोर्टलैंड सीमेंट (ordinary portland cement ), 2. शीघ्र कठोरी सीमेंट (rapid hardening cement), 3. शीघ्र जमने वाला सीमेंट (Quick setting cement ), 4. अल्प ऊष्मा सीमेंट (low heat poartland cement), 5. सल्फेट प्रतिरोधी सीमेंट (suphate resisting cement ), 6.धातु मल (स्लैग )सीमेंट (portland slag cement ), 7. सफेद सीमेंट (white cement ), 8. वातित सीमेंट (Air Entraining cement)
सीमेंट के मुख्य प्रकार निम्नवत हैं
The main types of cement are as follows
1. साधारण पोर्टलैंड सीमेंट (ordinary portland cement )-
इस सीमेंट का प्रारंभिक जमावकाल 30 मिनट और अंतिम जमावकाल 10 घंटे होता है |
साधारण पोर्टलैंड सीमेंट (OPC) 33, 43, व 53 ग्रेड में बनाया जाता है | उच्च ग्रेड इसकी शीघ्र सामर्थ ग्रहणता दर्शाता है, 33 ग्रेड का OPC प्लास्टर व संपूर्ति कार्य के लिए, 43 ग्रेड का सामान्य तथा पूर्व -ढालित कार्यों के लिए, 53 ग्रेड का ओपीसी बहुतली भवनों,पुलों, जल भंडारण टंकिओ के लिए ठीक रहता है |
1. ordinary portland cement -
This cement has an initial setting time 30 minutes and a final setting time 10 hours.
Ordinary Portland Cement (OPC) is made in grades 33, 43, and 53. The high grade indicates its quick power reception, the 33 grade OPC is suitable for plaster and supply work, 43 grade for general and pre-graded works, 53 grade OPC is suitable for many buildings, bridges, water storage tanks.
2. शीघ्र कठोरी सीमेंट (rapid hardening cement)-
साधारण पोर्टलैंड सीमेंट में जो सामर्थ 28 दिन में आती है, वह शीघ्र कठोरी सीमेंट में 4 दिन में ही प्राप्त हो जाती है, सीमेंट में अधिक मात्रा में अच्छे गुणों वाला चूना मिलाया जाता है और साधारण सीमेंट से अधिक महीन पीसा जाता है | इस सीमेंंट का प्रारंभिक व अंतिम जमाब काल साधारण पोर्टलैंड सीमेंट की तरह होता हैै, परंतु जमते समय इसमें से अधिक ऊष्मा निकलती है |
सीमेंट में 2% तक कैल्शियम क्लोराइड मिलाने पर यह शीघ्र कठोर हो जाता है | फ़रमाबन्दी बंदी 6 घंटे के बाद हटाई जा सकती है और 16 घंटे के पश्चात संरचना को भारित किया जा सकता है | साधारण पोर्टलैंड सीमेंट में जो सामर्थ 7 दिनों में आती है वह इस सीमेंट में 3 दिन में प्राप्त हो जाती है |
2. rapid hardening cement -
The strength that comes in ordinary Portland cement in 28 days, is quickly attained in 4 days in rapid hardening cement, a good amount of lime is added in cement and is finer than fine cement. The initial and final setting time of this cement is like ordinary portland cement, but at the time of freezing, excess heat comes out of it.
It quickly hardens by adding 2% calcium chloride to the cement. The closure can be removed after 6 hours and the structure can be loaded after 16 hours. The power that comes in ordinary Portland cement in 7 days is achieved in this cement in 3 days.
3. शीघ्र जमने वाला सीमेंट (Quick setting cement )-
इसका प्रारंभिक जमाब काल 5 मिनट तथा अंतिम जमाब काल 30 मिनट का होता है | इस सीमेंट में एलुमिना का प्रतिशत अधिक होता है और क्लीकर को पीसते समय कम मात्रा मेंंं जिप्सम मिलाया जाता है | इस सीमेंट को साधारण सीमेंट से अधिक महीन पीसा जाता है | इस सीमेंट का उपयोग अधिकतर बहते पानी के भीतर कंक्रीट कार्यों के लिए किया जाता है ताकि पानी में घुलने से पूर्व यह सेट हो जाए |
3. Quick setting cement -
Its initial setting time is 5 minutes and the final setting time is 30 minutes. This cement has a high percentage of alumina and a small amount of gypsum is added while grinding the clipper. This cement is powdered much finer than ordinary cement. This cement is mostly used for concrete works under running water so that it sets before dissolving in water.
4. अल्प ऊष्मा सीमेंट (low heat poartland cement)-
सीमेंट की जमीने के दौरान इससे ऊष्मा निकलती है | भारी निर्माण कार्यों जैसे बांध आदि में जहां टनो सीमेंट कंक्रीट एक ही समय मेंं डाली जाती है, ऊष्मा निकासी की मात्रा बहुत अधिक होती है | इससे आंतरिक व बाहरी सतहो के तापमान में अंतर होने के कारण संरचना का असम प्रसार होता है और इसमें दरारे पड़ने की संभावना बढ़ जाती है |
इस स्थिति से बचने के लिए, अल्प ऊष्मा सीमेंट का प्रयोग किया जाता है | इस सीमेंट में ट्राई कैलशियम सिलीकेट तथा ट्राई कैल्शियम एलिमिनेट की मात्रा कम रखी जाती है, अल्प ऊष्मा सीमेंट का जमावकाल साधारण सीमेंट जैसा ही होता है, परंतु यह देर से सामर्थ ग्रहण करता है |
अल्प ऊष्मा सीमेंट का उपयोग भारी संरचनाओं में स्थूल कंक्रीट कार्यों , जैसे बांध, पुलों की कूपक नीवो आदि के लिए किया जाता है |
4. low heat poartland cement -
During the setting of cement, it emits heat. In heavy construction works like dams etc. where tons cement concrete is poured at the same time, the amount of heat extraction is very high. Due to the difference in temperature between the inner and outer surfaces, the structure of expention spreads and increases the possibility of cracking.
To avoid this situation, low heat cement is used. The amount of Tri Calcium Silicate and Tri Calcium Aluminate is kept low in this cement, the deposition of low heat cement is similar to that of ordinary cement, but it takes late power.
Low heat cement is used for heavy concrete works in heavy structures, such as dams, wells of bridges, etc.
5. सल्फेट प्रतिरोधी सीमेंट (suphate resisting cement )-
साधारण सीमेंट में उपस्थित ट्राई कैल्शियम एलुमिनेट, सोडियम व मैैग्निशयम सल्फेट से क्रिया करती हैं इससे सीमेंट मसाले या कंक्रीट के आयतन में वृद्धि होती है और संरचना का विघटन होता है | सल्फेट लवण पानी अथवा क्षारीय मृदाओ मे होते हैं, ऐसे स्थानों पर सल्फेट प्रतिरोधी सीमेंट का उपयोग किया जाता है |
सल्फेट प्रतिरोधी सीमेंट में ट्राई कैल्शियम एलुमिनेट की मात्रा कुल 5 % से 6 % रखी जाती है, इससे सीमेंट के कठोर होने की दर धीमी होती है |
सल्फेट प्रतिरोधी सीमेंट का उपयोग नहरो के अस्तरीकरण, जल सेतू, समुंद्री संरचना, सीवरो तथा ऐसे निर्माण कार्य के लिए होता है, जो सल्फेटो के संपर्क में आते हैं |
5. sulfate resistant cement -
In ordinary cement reacts with tri calcium aluminate, sodium and magnesium sulfate, thereby increasing the volume of cement spices or concrete and causing the structure to disintegrate. Sulfate salts are in water or alkaline soils, where sulfate resistant cement is used.
The amount of Tri Calcium Aluminate in sulfate resistant cement is kept between 5% and 6% of the total, which slows the rate of hardening of cement.
Sulfate resistant cement is used for the canalization, water bridge, seabed structure, sewer and construction works that come in contact with sulfates.
6.धातु मल (स्लैग )सीमेंट (portland slag cement )-
कच्चे लोहे के निर्माण में पर्याप्त मात्रा में धातु मल (slag) जो एक बेकार पदार्थ है, निकलता है | इसमें सीमेंट के सभी मूल तत्व ; जैसे चुना, सिलिका, एलुमिना आदि उपस्थित होते हैं और इसमें संयोजी गुण होते हैं अब इसका धातु मल का उपयोग सीमेंट बनाने के लिए किया जाता है |
सीमेंट क्लिंकर में 35% से 65% रवेदार धातु मल मिलाकर पीस लिया जाता है और इसे साधारण सीमेंट की भांति प्रयोग किया जाता है |
धातु मल सीमेंट की प्रथम 28 दिन बल ग्रहण दर धीमी होती है, अतः इसकी पर्याप्त तराई करना पड़ती है, परंतु दीर्घकल में यह सामान्य सीमेंट जैसा ही सामर्थवान हो जाता है | स्लैग सीमेंट से जमते समय ऊष्मा निकासी साधारण सीमेंट से कम होती है | अतः यह स्थूल कंक्रीट कार्य के लिए उपयुक्त है | इस पर अम्ल, छार, सल्फेट इत्यादि का प्रभाव कम पड़ता है | यह सीमेंट सस्ता भी पड़ता है |
6. portland slag cement
In the manufacture of cast iron, sufficient amount of metal slag, which is a waste material, comes out. It contains all the basic elements of cement; Such as lime, Silica, Alumina etc. are present and have additive properties, now its slag is used to make cement.
Cement clinker is grinded with 35% to 65% slag and is used like ordinary cement.
For the first 28 days, the strength of slag cement is slow, so it has to be low enough, but in the long run it becomes as strong as O.P.C. Heat extraction is less than that of ordinary cement when deposited with slag cement. Hence it is suitable for heavy concrete work. It has less effect of acid, alkali, sulfate etc. This cement is also cheaper.
7. सफेद सीमेंट (white cement )-
यह सीमेंट सफेद दूधिया रंग का होता है यह शुद्ध सफेद चाक अथवा ऐसी मृतिका से बनाया जाता है जिसमें लोह ऑक्साइड, मैग्नीज इत्यादि नहीं होते है | इसका उत्पादन सामान्य सीमेंट की भाति ही किया जाता है परंतु पकानेेे के लिए, कोयले के स्थान पर तेल ईंधन प्रयोग किया जाता है |
सफेद सीमेंट को स्नोक्रीट अथवा सिल्वीक्रीट के नाम से भी जाना जाता है, यह साधारण सीमेंट से तीन चार गुना महंगा होता है | सफेद सीमेंट वास्तुकला की दृष्टि से, भवनो की सुंदरता बढ़ाने के लिए, प्लास्टर, फर्शो, तथा ज़ीनो में प्रयोग किया जाता है |
7. white cement
This cement is of white milky color, it is made from pure white chalk or such dead clay which does not contain iron oxide, manganese etc. It is produced like normal cement but for cooking, oil fuel is used instead of coal.
White cement, also known as snowcrete or silvicreet, is three to four times more expensive than ordinary cement. White cement is used in architecture, to enhance the beauty of buildings, in plaster, flooring, and stears.
8. वातित सीमेंट (Air Entraining cement)-
अत्यधिक ठंडे स्थानों पर तुषार का कुप्रभाव कम करने के लिए, कंक्रीट में इस सीमेंट का उपयोग किया जाता है | साधारण पोर्टलैंड सीमेंट में. 0.01%से 0.05% वायु प्रवेशी या पदार्थों, जैसे विंसोल रेजिन (vinsol resin) डेरेक्स (darex), आदि मिलाकर यह सीमेंट बनाया जाता है, क्लिंकर की पिसाई करते समय यह पदार्थ मिलाए जाते हैं | इससे बनी कंक्रीट में बहुत ही महीन वायु के बुलबुले बन जाते हैं जो तुषार का प्रतिरोध करते हैं यह कंक्रीट अधिक सुघटया व सुकर होती है, परंतु इसकी सामर्थ, 10 से 15 परसेंट घट जाती है |
8. Air Entraining Cement -
This cement is used to reduce the impact of frost in extremely cold places. In ordinary Portland cement. Cement is made by adding 0.01% to 0.05% air entrails or substances, such as vinsol resin darex, etc. These substances are added when grinding the cement. The concrete made from this creates very fine air bubbles which resist frost. This concrete is more compact and smooth, but its strength decreases by 10 to 15 percent.