ज़रीब सर्वेक्षण मे त्रुटियां तथा उनका निवारण(Errors and their redressal in chain survey), ज़रीब मापन में भूले (Mistakes in Chaining),A. चेन या टेप मे झोल सुधार (Sag correction in chain or tape),B.चेन या टेप मे तनाव के कारण शुद्धि (correction for pull or tension in a tape or chain),C. ज़रीब मे तापमान के लिए संशोधन (correction for temperature in chain or tape),D. ज़रीब के मानकीकरण के लिए संशोधन (Correction for Standardization),E. ज़रीब मे ढाल के लिए संशोधन (Correction for slope in chain)
ज़रीब सर्वेक्षण मे त्रुटियां तथा उनका निवारण (Errors and their redressal in chain survey)
जरीब कार्य उत्पन्न होने वाली त्रुटियों के स्त्रोत तथा निवारण उपाय निम्न है -
1. ज़रीब / फीते की अशुद्ध लंबाई होना
2. ज़रीब का सीध से बाहर निकल जाना
3. जरीब /फीते को पूरी तरह से ना खोलना
4. ढाल मापन के समय ज़रीब में झोल आ जाना
5. तापमान में अत्यधिक परिवर्तन होना
6. खिंचाव बल में परिवर्तन होना
7. गलत निशान लगाना
Errors and their redressal in chain survey
Following are the sources of errors and redressal measures arising out of chain work -
1. Having an incorrect length of the chain / tape
2. Chain out of line
3. Non-opening of cahin/tape
4. Misalignment in slope measurement
5. Extreme changes in temperature
6. Variation in stretching force
7. False Marking
1. ज़रीब / फीते की अशुद्ध लंबाई होना
ज़रीब /फीते की लंबाई निर्दिष्ट लंबाई से कम अथवा अधिक होना
यह संचयी त्रुटि कहलाती है, क्योंकि प्रत्येक ज़रीब लंबाई में संचित होती जाती है | यह एक गंभीर त्रुटि है | इसके निवारण के लिए -
~ कार्य प्रारंभ करने से पहले जरीब की लंबाई भलीभांति जांच कर ले |
~ कार्य समाप्ति पर पुनः ज़रीब की जांच करें | यदि ज़रीब मे दोष है तो निम्न सूत्र से मापो का संशोधन करें
ज़रीब की शुद्ध लंबाई × शुद्ध दूरी = ज़रीब की अशुद्ध लंबाई × अशुद्ध दूरी
1. Incorrect length
the length of the chain /tape is less than or exceeds the specified length
This is called the cumulative error, because each chain gets accumulated over the length. This is a serious error. To troubleshoot this -
~ Before starting the work, check the length of the chain thoroughly.
~ Do a close check again at the end of the task. If there is a defect in the chain, then modify the measurements with the following formula
Chain net length × net distance = Incorrect chain length × Incorrect distance
2. ज़रीब का सीध से बाहर निकल जाना
यह संचयी त्रुटि है | ज़रीब को आरेखन की सीध में ही रखना चाहिए | इसके लिए पछुआ (Follower) को अधिक सावधान रहना चाहिए |
2. Chain out of line
This is a cumulative error. Chain should be kept in line with the Range. For this the follower should be more careful.
3. जरीब /फीते को पूरी तरह से ना खोलना
नाप लेते समय ज़रीब / फीते मे ऐठन रह जाना अथवा इसे पूर्णता न फैलाना
यह संचयी त्रुटि है | तेज हवा चलने पर अथवा घनी झाड़ियां पार करते समय ज़रीब को पूरी तरह फैलाने मे कठिनाई के कारण यह त्रुटि आती है | ज़रीब /फीते को पूरी तरह खोलकर तथा खींचकर सीधा कर लेने के पश्चात ही नाप लेना चाहिये |
3. Non proper opening of chain/tape
tightness in the tape or not spreading it perfectly
This is a cumulative error. This error occurs due to the difficulty of spreading the chain completely when a strong wind blows or when crossing dense bushes. Measurement should be taken only after the chain/tape is fully opened and stretched and straightened.
4. ढाल मापन के समय ज़रीब में झोल आ जाना
यह संचयी त्रुटि है | असम / ढालू भूमि के मापन के समय ज़रीब /फीते को पूरी तरह खींच कर रखना चाहिए | ढालू जमीन की पैमाइश करते समय पैडियो (Steps) की क्षेतिज लंबाई अधिक नहीं रखनी चाहिए |
4. Misalignment in slope measurement
This is a cumulative error. At the time of measurement of uneven / sloping land, the chain / tape should be fully stretched. When measuring sloping land, the horizontal length of the steps should not be kept more.
5. तापमान में अत्यधिक परिवर्तन होना
यह संचयी त्रुटि है | तापमान के 10°C के परिवर्तन पर 100 कड़ी वाली ज़रीब 0.01 कड़ी बढ़ /घट जाती है |
सामान्य कार्यों के लिए तापमान के प्रभाव पर विचार नहीं किया जाता है |
5. Extreme changes in temperature
This is a cumulative error. With a change of 10°C the temperature increases/decreases by about 0.01 links per 100 links chain.
The effect of temperature is not considered for normal operations.
6. खिंचाव बल में परिवर्तन होना
ज़रीब खींचने के लिए असम बल लगाना
यह समकारी त्रुटि है | नाप लेते समय ज़रीब को मानक बल लगाकर ही खींचना चाहिय |
6. Variation in stretching force
applying force to pull chain
This is an compensating error. When taking a measurement, the chain should be pulled only by applying a standard force.
7. गलत निशान लगाना
ज़रीब दूरी के गलत निशान लगाना
यह समकारी त्रुटि है | सुए को ज़रीब हैंडिल से सटाकर न लगाने अथवा सुए को लापरवाही से इधर-उधर गाढ़ने के कारण यह त्रुटि होती है | अगुआ (Leader) को बड़ी सावधानी से सुए को सही बिंदु पर लगाना चाहिए |
7. False Marking
close distance markup
This is an compensating error.This error is caused by not attaching the needle close to the handle or by sloping the needle carelessly. The leader should carefully place the needle at the right point.
ज़रीब मापन में भूले (Mistakes in Chaining)
जरीब मापन में ध्यान पूर्वक कार्य न करने पर निम्न भूले हो सकती हैं | अनुभवहीन सर्वेक्षक / जरीब वाला प्राया ऐसी भूले करते हैं -
1. सुओ का उखाड़ जाना
2. जरीब की गिनती याद रखने में भूल करना
3. जरीब /फीते की गलत माप पढ़ना
4. क्षेत्र पंजीकरण में भ्रमित माप चढ़ा जाना
Mistakes in Chaining
If you do not work carefully in the measurement, the following mistakes can be made. Inexperienced surveyors / chain men make such mistakes -
1. The uprooting of Arrow
2. Mistakes in remembering the count of chain
3. Incorrect measurement reading
4. Confusing measurements in field registration
1. सुओ का उखाड़ जाना
अगुआ (Leader) यदि जरीब दूरी पर सुआ ज़मीन पर ठीक प्रकार से नहीं गड़ता है तो जरीब खींचते समय अथवा ठोकर लगने से सुआ प्राया उखड़ जाता है | उसे पुनः उसी जगह लगाने मे भूल हो सकती है |
इस भूल से बचने के लिए, सुए को जमीन में गाड़ने से पहले वहां पर एक क्रॉस (×) का निशान बना देना चाहिये |
1. The uprooting of Arrow or marking pin
Leader If the Marking pins does not fall properly on the ground at a distance, then the Arrow gets uprooted while pulling it or due to stumbling. It may be a mistake to put it again in the same place.
To avoid this mistake, a cross (×) should be marked on the ground before marking pin inserted into the ground.
2. जरीब की गिनती याद रखने में भूल करना
लंबी रेखाओं के नापन में जरीब की गिनती याद रखने में भूल हो सकती है | यह एक गंभीर भूल है | 10 सुओ को ध्यानपूर्वक गिनकर तब इनकी अदला बदली करनी चाहिए | इसका अंकन क्षेत्र पंजीकरण में भी तुरंत कर देना चाहिए |
2. Mistakes in remembering the count of chain
In the measurement of long lines, there can be a mistake in remembering the count of chain. This is a grave mistake. After carefully counting the 10 needles, then they should be exchanged. Its marking should also be done immediately in the field book.
3. जरीब /फीते को गलत पढ़ना
30 मीटर ज़रीब को 20 मीटर की ज़रीब समझकर कार्य करना एक गंभीर भूल है |
20 मीटर वाली जरीब में 5 मीटर की दूरी पर लगी एक टांग वाली टिक्की (Tag) को प्रया 15 मीटर वाली टिक्की पढ़ लिया जाता है, क्योंकि वह भी एक टांग वाली होती है |
इस प्रकार फीते पर 6 को 9 अथवा 9 को 6 भी भूल / जल्दबाजी से पढ़ लिया जाता है | यदि फीता शुरू की लंबाई में कट गया है, तू इसे तुरंत बदल दे |
3. Misreading of chain / tape
It is a grave mistake to think that 30 meters chain is close to 20 meters chain.
A one-legged tagg placed at a distance of 5 meters in a 20 meter chain is often read as a 15 meter tag, because it is also one legged.
In this way 6 on the tape is read as 9 or 9 on 6 also by mistake / haste. If the tape is cut to the starting length, replace it immediately.
4. क्षेत्र पंजीकरण में भ्रमित माप चढ़ा जाना
सहायक द्वारा दूर से बोल कर लिखाय गए मांपो को दर्ज करते समय प्रया गलती हो जाती है, जैसे - पंजीकरण मे 112 को 211 लिख दिया जाता है |सुनते समय फोरटीन (14) को फोरटी (40)सुन लिया जाता है |
अतः सर्वेक्षक को चाहिए कि वह दर्ज करने से पहले पाठयाको को को ऊंची व स्पष्ट आवाज में बोलकर दोहराएं |
4. Confusing measurements in field book
While recording the words written by the assistant from a distance, a mistake is made, for example, in field book, 112 is written as 211. While listening, fourteen (14) is heard as fourty (40).
Therefore, the surveyor should repeat the text aloud and clear before recording.
A. चेन या टेप मे झोल सुधार (Sag correction in chain or tape)
जब फीते को जमीन पर न फैलाकर, आलम्बो पर रखकर फैलाया जाता है, तब फीता स्वम के भार के कारण सीधा ना रहकर झोल की शक्ल ले लेता है जिसे एक परवलय मान लिया जाता है | इस स्थिति में मापी गई दूरी सत्य लंबाई से अधिक होगी | यह त्रुटि धनात्मक होती है जिसका संशोधन ऋणात्मक होता है |
P - प्रयुक्त किया गया खिचाव बल
L - फीते की लंबाई
A. Sag correction in chain or tape
When the chain is stretched instead of being stretched on the ground, keeping it on the supports, then the chain does not remain straight due to its own weight and takes the form of a sag, which is considered to be a parabola. In this case the distance measured will be greater than the true length. This error is positive whose correction is negative.
B.चेन या टेप मे तनाव के कारण शुद्धि (correction for pull or tension in a tape or chain)
टेप और चेन मे खिचाव अथवा तनाव के कारण शुद्धि का मान निम्न सूत्र से ज्ञात किया जाता है |
T - लगाया गया तनन भार
Ts - मानक तनाव भार
E - प्रत्यास्थता मापाक
A - फीते के परिछेद का अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल
Lm - मापी गई लंबाई
B.Correction for pull or tension in a tape or chain
The value of pull or tension Correction in the tape and chain is determined by the following formula.
C. ज़रीब मे तापमान के लिए संशोधन (correction for temperature in chain or tape)
अधिकांश पदार्थ तापमान परिवर्तन के साथ विस्तृत और संकुचित होते है, और यह ज़रीब या टेप दूरी को प्रभावित करती है। यदि कोई ज़रीब गर्मी के कारण खिंची हुई है, तो वह अपने सामान्य (या मानक) तापमान की तुलना में कम रीडिंग पढ़ेगी।
C.Correction for temperature in chain or tape
Most materials expand and contract with Temprature change, and this effects chain or taped distances. If a chain has stretched due to heat it will read shorter than it would at its normal (or standard) temprature.
D. ज़रीब के मानकीकरण के लिए संशोधन (Correction for Standardization)
C - प्रत्येक ज़रीब के लिए संशोधन
l - ज़रीब की मानक लंबाई
D. Correction for Standardization
E. ज़रीब मे ढाल के लिए संशोधन (Correction for slope in chain)
भू - ढाल के अनुरूप नापी गई दूरी, इसकी क्षेतिज दूरी से अधिक होती है | अतः यह संशोधन ऋणात्मक होता है |
The distance measured according to the slope of the earth is greater than its horizontal distance. Hence this modification is negative.